जाने क्यों मुझसे वो शर्माते हैं...
निशब्द चक्छु बाण चाले हैं॥
जब देखता हूँ मैं उनकी ओर...
बस मंद-मंद मुस्काते हैं॥
नैन सांवरे , केश बाँवरे ...
कमर सुराही , वाणी मुहावरे ॥
गालों पे लाली आ जाती है...
मुझे देख नैन इठलाते हैं॥
जब देखता हूँ मैं उनकी ओर...
बस मंद-मंद मुस्काते हैं॥
जीवन में प्रेम रस जो मिल जाए ...
गीत मेरा भी मधुर हो जाए॥
चन्द्र मेरा तू , मैं चंद्रमुखी...
तुम्हे देख-देख हम गाते हैं॥
जब देखता हूँ मैं उनकी ओर...
बस मंद-मंद मुस्काते हैं॥
बेपरवाह...
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